भवाली(उद संवाददाता)। कैंची धाम के 61वें स्थापना दिवस पर नीम करौरी बाबा के दरबार में आस्था का सैलाब उमड़ा पड़ा। कैंची धाम में रविवार तड़के 4-45 बजे बाबा नीब करौरी महाराज और मंदिर के देवी-देवताओं को प्रसाद का भोग लगाने के साथ मालपुए का प्रसाद बंटना शुरू हो गया । नैनीताल शहर से 18 किलोमीटर दूर शिप्रा नदी से लगी हुई वैली में बसे कैंची मंदिर की वर्ष 1965 में स्थापना के बाद से ही भंडारे का आयोजन होते आ रहा है। हनुमान जी के अवतार कहे जाने वाले चमत्कारी नीब करौरी महाराज के आशीर्वाद से पिछले कुछ वर्षों से भंडारा लगातार विशाल होता जा रहा है। देश विदेश के भक्त स्थापना के रोज यहां पहुंचकर बाबा के दर्शन करते हैं और भंडारा पाते हैं। स्थापना दिवस के मौके पर आज सुबह बाबा नीब करौरी महाराज के धाम का मुख्य गेट सुबह पांच बजे खुला तो लगा कि आस्थावानों को इसी पल का इंतजार था। हजारों लोग रात व तड़के से ही लंबी-लंबी लाइन लगा बाबा की एक झलक पाने को आतुर थे।भक्त दर्शन कर आगे बढ़ते रहे और लाइन भी लंबी होती चली गई। बाबा के दशर्न को करीब डेढ़ दो किलोमीटर लंबी लाइन लगी रही। प्रशासन व पुलिस की ओर से इस बार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं।अनुमान है कि शाम तक तीन लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन करेंगे। इस वर्ष, स्थापना दिवस से पूर्व बाबा के श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने व्यवस्थाओं में विशेष ध्यान दिया है। मंदिर दर्शन को जा रहे भक्त पार्किंग स्थल में वाहन पार्क कर सटल सेवा के माध्यम से कैंचीधाम मंदिर पहुंचाने की व्यवस्था की गयी। कमिश्नर दीपक रावत, आइजी रिधिम अग्रवाल, जिलाधिकारी वंदना, एसएसपी प्र“लाद नारायण मीणा शनिवार से ही निरीक्षण और निगरानी में लगे रहे। मंदिर परिसर में श्रद्धालु दो कतारों में श्री राम जय जय राम, जय बाबा नीब करौरी के जयकारे के साथ दर्शन करते रहे। श्रद्धालुओं की सुविधा व व्यवस्था बनाने के लिए 500 से अधिक भक्त कारसेवा में लगे रहे। स्थापना दिवस पर करीब पांच किलोमीटर के दायरे में माहौल पूरी तरह से भक्तिमय नजर आया। मंदिर में उमड़ी भीड़ को देखते हुए इस बार दोपहिया वाहनों को पूरी तरह प्रतिबंधित किया गया है। भवाली, हल्द्वानी व नैनीताल से करीब 600 कार व बस शटल सेवा में लगाए गए हैं। भवाली रोड में मंदिर से एक किलोमीटर दूर जबकि गरमपानी मार्ग पर पनी राम ढाबे के पास भी एक किलोमीटर दूर वाहनों को पार्क किया गया है। जिलाधिकारी वंदना ने स्वयं भवाली से शटल सेवा में बैठकर व्यवस्था की हकीकत परखी।